वायलेट मोरो अपनी कामुक इच्छाओं में लिप्त रहती है, उसके रसीले होंठ उसके चमकदार शरीर के हर इंच का पता लगाते हैं, उसकी उंगलियां उसकी तड़प की गहराई में गोता लगाते हैं। पानी का प्रतिबिंब उसके कच्चे परमानंद को कैद करता है, जो आनंद की एक सिम्फनी है जो उसे बेदम कर देती है।