अनुभवी मोहक क्लो ने एमिली को आत्म-आनंद की कला में निर्देश दिया। एमिली उत्सुकता से अपनी उंगलियों और गीलेपन का पता लगाती है। क्लो का विशेषज्ञ स्पर्श एक कैंची चलाने वाले उन्माद को भड़काता है, जिसका समापन आपसी परमानंद में होता है क्योंकि एमिली के तंग पिछवाड़े का पता लगाया जाता है।