चमड़े से सना हुआ किशोर हन्ना सीक्रेट अपनी सुस्वादु लूट को एक अनुभवी मास्टर को समर्पित करता है। उसकी परमानंद की परिणति एक तेज़ धार, उसके समर्पण और उसकी विशेषज्ञता के प्रमाण में होती है। यह यूरोपीय शौकीनों का मुठभेड़ आनंद और आज्ञाकारिता का एक आकर्षक प्रदर्शन है।