एक सौतेला भाई और उसकी अनुभवहीन बहन के बीच घनिष्ठ संबंध है। जब वह अकेली होती है, तो वह चुपके से अपने सौतेले भाई की उंगलियों की कल्पना करके खुद को खुश करती है। जब अंततः वह कबूल कर लेती है, तो वे बेसब्री से शामिल हो जाते हैं, जिससे एक जंगली, अंतरंग मुठभेड़ होती है।